Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
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कोविड-19 : पशुधन में अपार संभावनाएं
1 Author(s): DR PUSHPANJALI KUMARI
Vol - 12, Issue- 7 , Page(s) : 33 - 38 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
कृषक परिवार होने के नाते बचपन से हमने अपने घर में पशुधन देखी। पशुधन कई फायदे कराती थी। परिवार में दूध की आवश्यकतानुसार पूरी होती ही थी, साथ में दूध का कुछ भाग बेचा भी जाता था। पिताजी कृषक होने के नाते पशुधन से जैविक खाद भी तैयार कर लेते थे। यानी स्वास्थ्य के साथ कमाई एवं पर्यावरण की कोई नुकसान भी नहीं। पशुधन से इतनी कमाई (आमदनी) हो जाती थी, कि परिवार एवं हम बच्चों के पढ़ाई के अलावे कई शौक पूरा करने का साधन बनती थी। आज भी कई परिवारों का आमदनी का मुख्य स्त्रोत पशुधन है। हम कह सकते है कि पशुधन से लाभ ही लाभ।