Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
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दलित समस्या: प्रेमचंद की कहानियों के विशिष्ट संदर्भ में
1 Author(s): PROF. VIRENDER SINGH KASHYAP
Vol - 13, Issue- 10 , Page(s) : 11 - 21 (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
मुंशी प्रेमचंद आधुनिक भारत में अपने समय के युगप्रवर्त्तक कथा-सम्राट थे। उन्होंने अपने कथा साहित्य के माध्यम से ऐसी परम्परा विकसित कि जो समूल भारतीय कथा साहित्य का मार्गदर्शक बनी। उनके कथा साहित्य का एक बहुत बड़ा हिस्सा भारत के ग्रामीण लोगों, उनके जीवन-संघर्षों और ग्रामीण समस्याओं से जुड़ा था। इस सामाजिक समस्या में अस्पृश्यता भी एक समस्या थी।