Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
लिव-इन-रिलेशनशिप और स्त्री-पुरुष संबंध
1 Author(s): PROF. SUSHIL KUMAR SHELLY
Vol - 6, Issue- 7 , Page(s) : 3 - 8 (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
स्त्री-पुरुष संबंधों के बारे में हमारे धार्मिक ग्रंथों में कई प्रकार की कथाएं प्रचलित हैं, जिन में एक कथा है कि ब्रह्मा ने जब सृष्टि की रचना की तो सृष्टि के विकास के लिये अपने योग से जीवों की उत्पत्ति की| लेकिन उन्होंने सोचा ऐसे तो सृष्टि के विकास में बहुत समय लग जाएगा| उनकी इस समस्या का समाधान शिव ने मैथुन व्यवस्था के माध्यम से किया| इस प्रकार स्त्री पुरुष के संसर्ग से जीवों की उत्पत्ति, सृष्टि का विकास हुआ| कुछ ऐसी ही आदिम स्त्री पुरुषों संसर्ग की कथाएं प्रत्येक धर्म व लोक में प्रचलित हैं| अब प्रश्न उत्पन्न होता है कि इन प्रथम स्त्री पुरुष के बीच जो संसर्ग हुआ क्या वह नैतिक है या अनैतिक ? अगर इसे हम परम्परागत सामाजिक हिंदू व्यवस्था के रूप में देखे तो यह अनैतिक है|