Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
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वारिस शाह की हीर
1 Author(s): RAKHI VERMA
Vol - 8, Issue- 1 , Page(s) : 5 - 7 (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
ऐतिहासिक निकषों पर खरी उतरने वाली प्रेम-कहानियाँ संवेदनशील हदय की ऐसी अमिट छाप होती है जिन्हें लोग सदियों तक याद रखते हैं। बात नारी की हो या पुरूष की, आत्मा की हो या परमात्मा की, अतीत की हो या वर्तमान की, कहानियाँ इनके बिना अधूरी ही रहती है। ऐसी ही कुछ कहानियाँ लैला-मजनू, शीरी-फरहाद, शशि-पुन्नू एवं हीर-रांझा की हैं जो आज भी जनमानस के हृदय में अपना स्थान बनाए हुए हैं। वारिस शाह की हीर ऐसी ही अद्वितीय प्रेम कहानी है।