Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh

  ISSN 2321 - 9726 (Online)   New DOI : 10.32804/BBSSES

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आधुनिक भारतीय समाज में नारी की स्थिति

    1 Author(s):  RAVINDRA KUMAR

Vol -  10, Issue- 12 ,         Page(s) : 11 - 15  (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES

Abstract

नारी मानव के मादा स्वरूप को कहतें है,जो स्त्री लिंग है महिला शब्द मुख्यतः वयस्क स्त्रियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। किन्तु कई संदर्भों में यह शब्द संपूर्ण स्त्री वर्ग को दर्शाने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। जैसे नारी अधिकार आम आनुवांशिक विकास वाली महिला आमतौर पर रजोनिवृत्ति तक यौवन से जन्म देने में सक्षम होती है । मां बहिन, अर्धांगिनी, बेटी और न जाने ऐसे कितने ही रूप को धारण करने वाली वो मूरत कलयुग में स्त्री के नाम से जानी जाती है । स्त्री प्राचीन काल से ही इस धरती पर कई सारे अवतार होकर जन्म लेती रही है । ये स्त्री कभी मां रूप में अपने बच्चें को दुध पिलाती है तो कभी एक पुरूष का आधा अंग बनकर उसकी अर्धांगिनी कहलाती है तो कभी एक बेटी बनकर अपने पिता का नाम रोशन करती है । आज के समाज में एक स्त्री की स्थिति पूर्णरूप से उसकी सोच पर निर्भर करती है। भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही एक स्त्री की स्थिति बहुत ही दयनीय रही है । समय के साथ-साथ स्त्री को प्रताड़ित करने के सिलसिलों में बढ़ोत्तरी होती गयी । पहले सती प्रथा फिर पर्दा प्रथा और फिर बाल विवाह और ऐसे बहुत से असामाजिक कृत्यों से भारतीय नारी का सामना समय≤ पर होता रहा है । आज के इस आधुनिक दौर में एक और तो मंदिरों मंे देवियों के रूप में पूजा जाता है । वहीे दूसरी और उन देवी समान बेटियों को मां की कोख से बाहर नहीं आने दिया जाता । हमारे देश में बढ़ती नारी अत्याचार के घटनाओं ने भारतीय नारी की सुरक्षा पर सवाल खड़े किये है । पूरे देश में स्त्री को कमजोर कड़ी माना जाता है ।

1-मानयन्ति एन: पुरूष: 1 निरूक्त पृ0सं0 03 ।
2-लत ईष्यायाम सिद्धांत कौमुदी पृ0सं0 377 ।
3- कामायनी-लज्जा सर्ग-जयशंकर प्रसाद पृ0सं0 84 ।
4-हिंदी काव्य में नारी -डाॅ बल्लभ तिवारी पृ0सं0 46।
5-वही पृ0स0 53 ।
6-भारतीय नारी दशा दिशा-आशरानी ब्होरा पृ0सं0 171 ।
7-समकालीन महिला लेखन-डाॅ ओमप्रकाश शर्मा पृ0सं 27।
8-नारी चेतना और कृष्णा सोबती के उपन्यास-डाॅ गीता सोलंकी पृ0सं0 40 ।
9-वही पृ0सं0 33
10&www.dailyhunt.in
11&www.hindikunj.com

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