1. प्रो॰ श्रीवास्तव, हरिशचन्द, ‘‘संगीत निबन्ध संग्रह’’ पृष्ठ संख्या 55-56
2. निबन्ध संगीत, लक्ष्मी नारायण गर्ग, संगीत कार्यलय हाथरस, इलाहाबाद, पृष्ठ संख्या 123
3. संगीत रत्नाकर, भाग दा,े पृष्ठ संख्या 8
4. संगीत दर्पण ,प्रथम स्वराध्याय, श्लोक संख्या 4, पृष्ठ संख्या 2
5. वृहृददेशी, भाग एक, श्लोक संख्या 18, 19, पृष्ठ संख्या 8
6. संगीत रत्नाकर, भाग एक, श्लोक संख्या 1, 2, पृष्ठ संख्या 108
7. ज्योतिष एवं रोग चिकित्सा पद्धति
8. डाॅ॰ पाॅण्डे, महेश, ‘‘संगीत साधना का अध्यात्मक पक्ष’’